ई अटेंडेंस पर घमासान कल 14 अक्टूबर को माननीय मुख्यमंत्री जी के नाम ज्ञापन

हमारे शिक्षक सुरक्षित नहीं क्योंकि ऐप बनाने वाले चीनी, पाकिस्तान व बांग्लादेशी है हमारा डाटा सुरक्षित नहीं है क्योंकि शिक्षा विभाग ने ही अटेंडेंस के लिए ऐप में शिक्षकों से नाम चेहरा, माता-पिता का नाम ,जन्म तिथि, आधार, स्कूल समग्र आईडी, खाता क्रमांक जैसी गोपनीय रिकॉर्ड फीड की गई है उपरोक्त जानकारी देते हुए कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष नेशनल मूवमेंट ऑफ ओल्ड पेंशन स्कीम के प्रांतीय संयोजक एवं संयुक्त मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष ठाकुर संतोष सिंह दीक्षित

की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश सरकार ने ई अटेंडेंस लागू कर दिया लेकिन इससे हमारे शिक्षक सुरक्षित नहीं है स्कूली शिक्षा ने यह काम नेशनल इनफॉर्मेटिक्स सेंटर इंडिया को दिया उसने एक अन्य कंपनी यूनिक कॉप्स को टेंडर दिया इस कंपनी ने भी थर्ड पार्टी median.com को हायर किया जिसे पाकिस्तान इंजीनियर लीड करते हैं सपोर्ट करते हैं जिसके कारण हमारा डाटा सुरक्षित नहीं है जिसके कारण प्रदेश के समस्त शिक्षिका शिक्षक मानसिक रूप से परेशान है, बहुत सारे शिक्षकों की ई अटेंडेंस के कारण दुर्घटना हुई, जान चली गई इसी के चलते 5 से 7 प्रांत अध्यक्ष जिसमें श्री मनोहर दुबे ,नवनीत चतुर्वेदी, डीके सिंघौर, परमानंद डेहरिया, कृष्णपाल सिंह यादव, राजेश मिश्रा, संतोष सिंह दीक्षित ने आपसी विचार विमर्श के बाद ई अटेंडेंस के विरुद्ध लाम बंद होकर 14 अक्टूबर को प्रदेश के समस्त जिला कलेक्टर कार्यालय पर शाम 5:30 बजे माननीय मुख्यमंत्री जी और माननीय प्रमुख सचिव मध्य प्रदेश शासन के नाम ज्ञापन दिया जाएगा संयुक्त मोर्चा के डॉक्टर अशफाक खान ,धर्मेंद्र चौकसे, जितेंद्र शर्मा, राजकुमार मंडलोई, राजेश साल्वे ,भानु दास भाई, अनिल बाविस्कर, विजय राठौड़, राजेश पाटील, अनिल सातव ,श्रीमती प्रमिला सगरे, कल्पना पवार, ज्योति पाटील, शारदा शाह ,संतोष निंभोरे, ठाकुर अरविंद सिंह, हीरालाल प्रजापति सभी ने सरकार से निवेदन किया गया है अध्यापन की गुणवत्ता पर ध्यान दीजिए शिक्षकों की कार्य कुशलता पर उनको मनोबल बढ़ने पर विचार करना चाहिए ना कि उनके कार्य कुशलता पर शंका जाहिर करना चाहिए आज प्रदेश में समस्त सरकारी स्कूलों का परीक्षा फल प्राइवेट स्कूल के मुकाबले अधिक रहा है ऐसे में अटेंडेंस थोपना लागू करना शिक्षकों को गुलामी की ओर ले जाना गर्त में धकेलना या उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है शिक्षक शिक्षिका देश का निर्माता है और गुरु को हमेशा उच्च श्रेणी में रखा जाता है ऐसे में उन पर शंका जाहिर करना यह अटेंडेंस के माध्यम से बहुत गलत संदेश है इसे शिक्षा के हित में वापस लिया जाना चाहिए कल के होने वाले ज्ञापन में संयुक्त मोर्चा के समस्त कर्मचारी अधिकारी पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे