उच्च शिक्षा संचालनालय मे सभी ओएसडी शैक्षणिक संवर्ग के हटाए गए, आयुक्त ने तत्काल अपनी मूल पद स्थापना हेतु कार्य मुक्त किया

उच्च शिक्षा संचालनालय मे सभी ओएसडी शैक्षणिक संवर्ग के हटाए गए, आयुक्त ने तत्काल अपनी मूल पद स्थापना हेतु कार्य मुक्त किया.
काफी वर्षों से हम खबर को प्रकाशित कर रहे थे कि जो शिक्षा संवर्ग के हैं उनको पढ़ने का ही कार्य देना चाहिए परंतु अपनी जुगाड़ के चलते यह सभी लोग हेड ऑफिस में अटैच होकर बाबू गिरी कर रहे थे
उच्च शिक्षा संचालनालय में खुशी का माहौल…
उच्च शिक्षा संचालनालय से सभी शैक्षणिक संवर्ग के अधिकारी अर्थात सभी शिक्षक ( प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक आदि) हटाये गये ?
एसडीओ की अराजकता से मुक्त हुआ उच्च शिक्षा संचालनालय
1 प्राध्यापक के वेतन में 3 तहसीलदार नियुक्त किए जा सकते है उच्च शिक्षा संचालनालय में तो 10 के वेतन में 30 …
इससे विभाग के कार्य में सफलता मिलेगी…!
भोपाल।आयुक्त, उच्च शिक्षा शिक्षा। संचालनालय सिंघम की तरह एक झटके में उन समस्त शैक्षणिक संवर्ग के लोग जो बैकडोर से ओएसडी और बिना आवश्यकता के आवश्यकता बताकर बुलाये गये और बाद में अंगद जैसे पांव जमाकर सतपुड़ा भवन में बैठे अधिकारियों को मुक्त करके उच्च शिक्षा संचालनालय को अराजकता के माहौल से मुक्ति दिलाने का कार्य किया है। जिन्हे आशीष उपाध्याय के बाद दूसरा स्थान जनता के नज़र में हासिल हुआ है।
वही उच्च शिक्षा में आए आयुक्त ने इस मामले को संज्ञान लेते हुए इन्हें तुरंत अपने मूल पद स्थापना हेतु कार्य मुक्त कर दिया गया है अभी भी कई कार्यालय ऐसे हैं जिसमें बड़ी-बड़ी पोस्टों पर यह को बैठ रहे हैं चाहे वह तकनीकी शिक्षा ही क्यों ना हो, हम आपके यहां पर एक बात और बता दे की जोलाइब्रेरियन और प्रयोगशाला तकनीशियन भी शैक्षणिक संवर्ग में आते है

आदेश में केवल उन अधिकारियो को हटाया गया है जो असंजीत हैं
OSD चूँकि आसंजित नहीं है अतः वे नहीं हटाये जाएँगे.
यहाँ एक बड़ा प्रश्न है कि

शायद आयुक्त निशांत बरवाड़े जी को ख़ुद यह सज्ञान में नहीं है कि उच्च शिक्षा के अधिकारियो की दुधारू गाय OSD धीरेंद्र शुक्ल भी शासकीय PG महाविद्यालय इटारसी से असंजीत हैं और आज भी NCC ऑफिसर का मानदेय प्राप्त कर रहे है l
अन्य शिक्षको की तरह उन्हें भी कार्य मुक्त किया जाना चाहिए.