कैथोलिक बिशप थॉमस थेनॉट की मौत पर ग्वालियर हाई कोर्ट ने दिया अहम फैसला, 14 आरोपियों पर गाज गिर सकती

बिशप थॉमस थेनेट की मौत के मामले में ग्वालियर हाई कोर्ट न्यायाधीश ने दिया श्रीमति क्लारामा की याचिका पर निष्पक्ष जांच का फैसला ,
मामला बिशप थॉमस की हत्या का है जो कि 14 दिसम्बर 2018 का है जिस मे एक कार में सवार चार लोगों मे से सिर्फ बिशप की मुत्यु हुई ओर बाकी लोगों को कुछ भी चोट नहीं आई थींना,
इस मामले में बिशप की बहन ने प्रमुख रूप से 14 लोगों के ऊपर आरोप लगाए थे

जिनके नाम-
फादर जॉन जेवियर, जय जॉनसन (ड्राईवर), एबल एक्सक्टोस (प्रवक्ता )सुजीत माइकल (ऑर्डिटर), अमृत मिंज (पुलिस इंस्पेक्टर), राजू फ्रांसिस(एडवोकेट), फादर लॉरेंस डिसूजा, फादर हर्सल, फादर जोशेफ एम ए, फादर पायस, फादर प्रताप टोप्पो, फादर थॉमस, लुथ नाथन एवं श्री जेम्स वर्गीस है!
फादर जॉन जेवियर ने बिशप बनाए जाने के लिए इस काम को इन लोगों के साथ मिल कर बिशप थॉमस की हत्या करवाई है ये आरोप बिशप की बहन ने लगाया है, क्यों कि बिशप की हत्या के बाद इन सभी लोगों ने अपना वर्चस्व स्थापित किया ओर इतने केस दर्ज होने पर भी जॉन जेवियर को स्कूल का प्रिंसिपल बना रखा है साथ ही ड्राइवर जय जॉनसन के परिवार के लोगों को अच्छे पदों पर नौकरी चल अचल संपत्ति प्रदान की गई है,
नोट -अगर जांच सही पाई गई तो इन 14 आरोपियों के ऊपर आरोप तय हो सकते हैं















ग्वालियर कोर्ट ने जांच के आदेश दे दिए हैं हो सकता है कि जल्द ही उन 14 लोगों के ऊपर आरोप सिद्ध हो जाएंगे हम आपको बता दें कैथोलिक बिशप थॉमस थेनॉट की कब्र को खुदवा कर उसकी फॉरेंसिक जांच करवाई थी जिसके बाद पीएम रिपोर्ट में पता चला कि तीन जगह मारा गया निशान है उसके बाद हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया और 14 लोगों की जांच के लिए कहा है अब इन 14 लोगों को जांच कभी भी गिर सकती है
हाई कोर्ट के आदेश से बिशप की बहन अब भी सही न्याय की उम्मीद कर रही है!
नोट- जो फोटो दिख रहे हैं वह मिलते-जुलते हो सकते हैं