हमें स्वस्थ बनाए रखने के लिए स्वच्छता कर्मी प्राण-प्रण से हैं समर्पित

हमें स्वस्थ बनाए रखने के लिए स्वच्छता कर्मी प्राण-प्रण से हैं समर्पित – मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भोपाल को दी 43.39 करोड़ रुपये से अधिक की स्वच्छता और विकास परियोजनाओं की सौगातें
भोपाल: 02 अक्टूबर 2024 मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मुख्यातिथ्य में 2 अक्टूबर, गांधी जयंती के अवसर पर भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में आयोजित स्वच्छता दिवस कार्यक्रम से भोपाल शहर की स्वच्छता, पर्यावरण सुरक्षा एवं स्वच्छता सेवाओं के विस्तार के लिये 43.39 करोड़ रुपये से अधिक की लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा 10 वर्ष पूर्व 15 अगस्त पर लाल किले की प्राचीर से स्वच्छता का विषय उठाना अभिनंदनीय है। भारतीय संस्कृति उत्तम सुख-निरोगी काया के सिद्धांत में विश्वास करती है और स्वच्छता ही अच्छे स्वास्थ्य का आधार है। हमें स्वस्थ रखने के लिए स्वच्छता कर्मी प्राण-प्रण से समर्पित हैं। उनका कार्य चुनौती भरा और जीवटता वाला है, जैसे सेना का सिपाही देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों को कुर्बान कर देता है उसी प्रकार सफाई कर्मी, स्वच्छता और समाज को स्वस्थ बनाए रखने के लिए अपना सर्वस्व समर्पित करते हैं। इसी का परिणाम है कि 19 सितम्बर को उज्जैन में महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मु द्वारा स्वच्छता कर्मियों का सम्मान किया गया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने गाँव-गाँव में शौचालय निर्मित करवाकर महिलाओं को बड़ी समस्या और पीड़ा से राहत पहुंचाई है। राज्य सरकार स्वच्छता कर्मियों और उनके परिवारों की बेहतरी के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। यह कार्य सच्चे अर्थों में महात्मा गांधी के विचारों को क्रियान्वित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने का माध्यम है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की प्रेरणा से प्रदेश में 413 नगरीय निकायों में 42 हजार 500 से अधिक स्वच्छता गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में नागरिकों ने भाग लिया। प्रदेश में 968 ब्लैक स्पॉट का उन्मूलन और सौन्दर्यीकरण हुआ तथा 800 से अधिक शालाओं में एक लाख से अधिक छात्रों के बीच स्वच्छता संवाद कार्यक्रमों से जन-जागरूकता फैलाई गई। प्रदेश में नगरीयनिकायों की स्टार रैकिंग प्रणाली के तहत उन्हें पुरस्कृत भी किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नगर निगम शासकीय सेवा में कर्तव्य पालन के दौरान दिवंगत 26 कर्मचारियों के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति के प्रमाण पत्र प्रदान किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भोपाल नगर निगम के 125 नए डोर-टू-डोर सीएनजी वाहनों, 6 नए हुक लोडर, दो श्रेडर मशीन तथा एक लिटर पिकिंग मशीन का अवलोकन किया तथा मंच से झंडी दिखाकर उनका लोकार्पण किया। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री एवं भोपाल जिले के प्रभारी मंत्री श्री चैतन्य कुमार काश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की सोच के परिणाम स्वरुप ही स्वच्छता को जन-आंदोलन का रूप प्रदान किया जा सका है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सांस्कृतिक गतिविधियों और त्यौहारों के माध्यम से विकास और जन-कल्याण के साथ स्वच्छता को संस्कार के रूप में अंगीकार करने के लिए प्रदेशवासियों को प्रेरित किया है। स्वच्छता को आदत के रूप में अपनाना और स्वच्छता कर्मियों का सम्मान, संवेदनशील समाज की पहचान है। मध्यप्रदेश देश में स्वच्छतम राज्य के रूप में अपनी पहचान स्थापित करेगा। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री सारंग ने कहा कि स्वच्छता ही समाज को स्वस्थ भारत के लक्ष्य की ओर अग्रसर करेगी। स्वच्छता सेवा पखवाड़े का उद्देश्य यही है कि सभी को स्वच्छता की आदत हो। स्वच्छता के कार्य में लगे स्वच्छता मित्रों के संरक्षण, संवर्धन और सम्मान की जिम्मेदारी समाज की है। कार्यक्रम को पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती गौर तथा नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री श्रीमती बागरी ने भी संबोधित किया।
प्रमुख योजनाएँ जिनका लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया गया
1.नवीन गारबेज ट्रांसफर स्टेशनो का निर्माण
- 3 स्थानों पर 17.74 करोड़ रुपये की लागत से नए ट्रांसफर स्टेशन बनाए गए हैं। इससे शहर में कचरा प्रबंधन की व्यवस्था में सुधार होगा और शहर की स्वच्छता में बढ़ोतरी होगी।
2.नवीन CNG डोर-टू-डोर वाहनों का वितरण
- 125 CNG वाहनों की आपूर्ति 8.75 करोड़ रुपये की लागत से की जाएगी। ये वाहन घर-घर कचरा इकट्ठा करने के लिए उपयोग में लाए जाएंगे, जिससे प्रदूषण कम होगा और साफ-सफाई में सुधार होगा।
3.रोड स्वीपिंग मशीनों का क्रय और लोकार्पण
- 6 रोड स्वीपिंग मशीनों की खरीद की गई है, जिनमें से 1 का लोकार्पण किया जाएगा। 3.90 करोड़ रुपये की लागत से शहर की सड़कों की स्वचालित सफाई संभव होगी, जिससे नागरिकों को स्वच्छ वातावरण मिलेगा।
- 6 नये हुकलोडर का लोकार्पण
- 4.10 करोड़ रुपये की लागत से 6 हुकलोडर मशीनें जनता की सेवा में समर्पित की जाएंगी। इनसे कचरा प्रबंधन और ट्रांसपोर्टेशन की दक्षता में वृद्धि होगी।
- रेंडरिंग प्लांट (PPP मोड)
- आदमपुर में PPP मोड के तहत 5 करोड़ रुपये की लागत से रेंडरिंग प्लांट स्थापित किया गया है। यह पर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण कदम है।
6.प्लास्टिक वेस्ट प्लांट (PPP मोड)
- आदमपुर में 3.20 करोड़ रुपये की लागत से प्लास्टिक कचरे के निपटान के लिए प्लांट स्थापित किया गया है। इससे शहर में प्लास्टिक कचरे को प्रबंधित करने में मदद मिलेगी।
7.कोकोनट प्लांट (PPP मोड)
- दानापानी में 20 लाख रुपये की लागत से कोकोनट प्लांट की स्थापना की गई है, जो कचरे के पुन: उपयोग को बढ़ावा देगा।
- RRR ऑन व्हील
- एक RRR (Reduce, Reuse, Recycle) ऑन व्हील यूनिट का लोकार्पण किया जा रहा है, जो कचरे के पुन: उपयोग और रीसाइक्लिंग को बढ़ावा देगा।
9.श्रेडर मशीन और लिटर पिकिंग मशीन का वितरण
- CSR के तहत 2 श्रेडर मशीनें और 1 लिटर पिकिंग मशीन प्रदान की गई हैं, जिनकी लागत 0.27 करोड़ रुपये है। इससे सफाई कार्यों में और अधिक स्वचालन आएगा।
10.सार्वजनिक शौचालय का निर्माण
- 1 स्थान पर 23 लाख रुपये की लागत से सार्वजनिक शौचालय का निर्माण किया गया है। इससे स्वच्छता और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा, विशेषकर सार्वजनिक स्थानों पर।
11.कबाड़ से गौशाला निर्माण का भूमिपूजन
- अनुपयोगी सामग्री से गौशाला का निर्माण किया गया है, जो एक अभिनव और पर्यावरण के अनुकूल पहल है। यह सामाजिक और पर्यावरणीय दोनों दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है।
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विजय/अरुण शर्मा