दो करोड़ रुपए किसकी जेब में,घोटाले की f.i.r कब,प्रबंध संचालक श्रीमन शुक्ल, रिटायर सचिव विनय प्रकाश पटेरिया पर fir?

नवागत प्रबंध संचालक श्रीमन शुक्ल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 259 मंडियों की समीक्षा बैठक आज ली है

परंतु हम आपको बता दें कि वर्ष 2019 में प्रबंध संचालक फैज अहमद किदवई के द्वारा दो करोड़ रुपए घोटाले के लिए जांच के आदेश दिए गए थे

परंतु आज दिनांक तक FIR नहीं हुई, वहीं कृषि मंत्री कमल पटेल भी 4 सालों में बस मीडिया को आश्वासन देते हैं कि f.i.r. करूंगा भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करूंगा परंतु आज दिनांक तक कोई f.i.r. नहीं हुई .

सूत्रों के हवाले से खबर मिल रही है कि कहीं ना कहीं माननीय मंत्री कमल पटेल जी के पास भी कुछ ? पहुंच गया होगा जिस वजह से फिर नहीं हो रही है जबकि लिखित शिकायत कमल पटेल और वर्णवाल जी को की गई है परंतु इतना विलंब क्यों लग रहा है फिर आने में यह बड़ा सवाल उठना है क्या प्रबंध संचालक फ़ैज़ अहमद किदवई के द्वारा जो लेटर जारी किया गया था वह गलत है कौन वह अधिकारी है जिनके पास 2 करोड रुपए की राशि का अंश पहुंचा है.



कृषि उपज मंडी समिति करोड़ भोपाल में वर्ष 2016-17 के बाद वर्ष 2017-18, 2018-19 में फल एवं सब्जी की आवक एवं मंडी फीस में लगातार गिरावट हुई है
उक्त वर्षों में फल एवं सब्जी मंडी में आपकी पद स्थापना सर्वाधिक अवधि में मंडी आवक वर्ष 2017-18 में 161125 क्विंटल तथा वर्ष 2018-19 में 596000 क्विंटल की कमी हुई जिसके कारण मंडी समिति को उक्त दोनों वर्षों में क्रमशः रुपए 56.23 लाख तथा रुपए 135.66 लख रुपए की राजा की छाती हुई है

हम आपको बताना चाहेंगे कि विनय प्रकाश पटेरिया वर्तमान में रिटायर हो चुके हैं और आज दिनांक तक दो करोड रुपए घोटाले की जांच अभी तक नहीं हुई और कोई fir नहीं हुई है

जबकि चार प्रबंध संचालक बदल चुके हैं जिनके नाम इस प्रकार है
1- संदीप यादव
2- श्रीमती प्रियंका दास
3- विकास नरवाल
4- श्रीमती जी.बी.रश्मि
5- वर्तमान में श्रीमन शुक्ला

अब यहां गौर करने वाली बात यह है कि होशंगाबाद कमिश्नर रह चुके और वर्तमान में भोपाल मंडी प्रबंध संचालक है क्या प्रबंध संचालक महोदय इस पर कोई संज्ञान लेंगे या पूर्व की भांति जो प्रबंध संचालक आए हैं उन्हीं की भांति इसको भी आया गया , करेंगे एक बड़ा सवाल यह होता है कि 2 करोड़ का जो घोटाला हुआ है उसकी फिर कब शासन के खाते में जाने वाली रकम दो करोड रुपए वह किसकी जेब में गई जब तक फिर नहीं होगी तब तक इसका राज नहीं खुलेगा शिकायतकर्ता के द्वारा शिकायत की गई है परंतु fir कब होगी यह बड़ा सवाल उठता है


नोट -हमारे अगले अंक में हम आपको बताएंगे कि किस प्रकार से फर्जी सविलियन के आधार पर नौकरी कर रहे हैं और कुछ लोग रिटायर भी हो गए हैं कोर्ट को ही गुमराह कर दिया जल्द खुलासा वह कौन सा विभाग है
