एक दिन में लगाए 2 लाख से अधिक पौधे मिट्टी से सरोवर तक, वृक्ष से वर्षा तक लोक निर्माण विभाग की नई सोच,पौधरोपण आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ, सुरक्षित और समृद्ध भविष्य देने का हमारा दृढ़ संकल्प -मंत्री राकेश सिंह

लोक निर्माण विभाग ने आज एक दिन में लगाए 2 लाख से अधिक पौधे लगाया

प्रत्येक पौधारोपण स्थल की जियोमैपिंग कर सैटेलाइट से की जायेगी मॉनिटरिंग : पौधों के विकास की निगरानी का अभिनव प्रयोग
हरित मध्यप्रदेश की परिकल्पना को धरातल पर उतारते हुए लोक निर्माण विभाग ने मंत्री श्री राकेश सिंह की अगुवाई में ऐतिहासिक पौधरोपण महाअभियान का सफल आयोजन किया। इस महाअभियान के तहत एक दिन में विभाग द्वारा पूरे प्रदेश में 2 लाख से अधिक पौधों का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायक कीर्तिमान स्थापित किया गया, जो सतत विकास और हरियाली के प्रति विभाग की सशक्त प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

भोपाल में आयोजित मुख्य कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने कहा की “पौधरोपण सिर्फ एक औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ, सुरक्षित और समृद्ध भविष्य देने का हमारा दृढ़ संकल्प है।
” उन्होंने कहा कि प्रारंभ में जहाँ 1 लाख पौधों का लक्ष्य रखा गया था, वहीं विभाग के अधिकारियों और इंजीनियरों की प्रतिबद्धता, समर्पण और उत्साह के चलते यह संख्या बढ़कर 2 लाख से अधिक पौधों तक पहुँच गई। यह केवल एक आंकड़ा नहीं, बल्कि हरित मध्यप्रदेश की दिशा में एक ऐतिहासिक और प्रेरणादायक उपलब्धि है, जो सामूहिक प्रयासों की शक्ति को दर्शाती है।
मंत्री सिंह ने कहा कि इस पौधारोपण को वैज्ञानिक पद्धति से जोड़ा गया है। प्रत्येक पौधे की सैटेलाइट मॉनिटरिंग की योजना बनाई गई है, जिसमें अहमदाबाद स्थित भास्कराचार्य संस्थान का सहयोग प्राप्त हो रहा है। इसके माध्यम से पौधों की वृद्धि और संरक्षण की डिजिटल निगरानी सुनिश्चित की जा सकेगी। यह वृक्षारोपण सड़क किनारे, विभागीय भवन परिसरों, तालाबों एवं सार्वजनिक स्थलों पर किया गया है, जिससे शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में हरियाली को बढ़ावा मिलेगा।
मंत्री सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ‘हरित भारत’ के संकल्प और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के पर्यावरण-अनुकूल विकास के विजन ने मध्यप्रदेश में वृक्षारोपण और प्रकृति संरक्षण को एक जनआंदोलन का रूप दिया है। उन्होंने कहा कि आज जब पूरी दुनिया पर्यावरण संकट से जूझ रही है, ऐसे समय में यह पहल न केवल एक प्रेरक उदाहरण बनेगी, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए स्वच्छ और सुरक्षित भविष्य का मार्ग भी प्रशस्त करेगी। उन्होंने आमजन, विभागीय अधिकारियों, अभियंताओं और उनके परिवारों से इस अभियान में सक्रिय भागीदारी करने का आह्वान करते हुए कहा कि यह अभियान केवल सरकारी योजना नहीं, बल्कि एक व्यापक सामाजिक आंदोलन बने।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि लोक निर्माण विभाग अब केवल भौतिक संरचनाओं के निर्माण तक सीमित नहीं है, बल्कि जल संरक्षण, हरित तकनीकों के उपयोग और पारिस्थितिकी संतुलन को अपनी कार्यशैली में प्राथमिकता दे रहा है । उन्होंने कहा कि “लोक निर्माण से लोक कल्याण” केवल एक नारा नहीं है, बल्कि विभाग की मूल कार्यनीति है, जिसमें अब पर्यावरणीय संतुलन को अनिवार्य रूप से शामिल किया गया है।
उन्होंने कहा कि विकास की तेज़ रफ्तार के साथ प्रकृति का संरक्षण अब प्रत्येक अभियंता और अधिकारी की सामूहिक जिम्मेदारी है। इसी दृष्टिकोण से विभाग ने ‘लोक कल्याण सरोवर’ योजना की शुरुआत की है, जिसके अंतर्गत सड़क निर्माण में उपयोग हुई मिट्टी का युक्तियुक्त उपयोग करते हुए स्थायी जल संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। इन सरोवरों को विज्ञानसम्मत ढंग से डिज़ाइन किया गया है तथा उनका सौंदर्यीकरण, वृक्षारोपण, सूचना पटल और जियो-टैगिंग की जा रही है। इस योजना के तहत 500 लोक कल्याण सरोवर बनाए जाने का लक्ष्य रखा गया है।
मंत्री श्री सिंह ने कहा की विभाग ने सड़क किनारे रिचार्ज बोर निर्माण की पहल भी शुरू की है, जिससे वर्षा जल को भूगर्भ तक पहुँचाकर ग्राउंडवाटर रिचार्ज किया जा सकेगा।वर्तमान और निर्माणाधीन फ्लाईओवर और आरओबी में वर्षा जल संचयन के लिए आवश्यक निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि “लोक निर्माण से लोक कल्याण” की इस यात्रा का सबसे मजबूत पड़ाव अब हरियाली और पर्यावरण संतुलन है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यह पहल न केवल वातावरण संरक्षण में अहम भूमिका निभाएगी, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए स्थायी संसाधनों का निर्माण भी सुनिश्चित करेगी। लोक निर्माण विभाग अब हर निर्माण में प्रकृति की भागीदारी को अनिवार्य मानते हुए आगे बढ़ रहा है, जिससे विकास और पर्यावरण एक-दूसरे के पूरक बनकर सामंजस्यपूर्ण गति से आगे बढ़ सकें। उन्होंने आश्वस्त किया कि आने वाले वर्षों में इस अभियान को और अधिक व्यापक बनाया जाएगा तथा हर परियोजना में प्रकृति का समावेश सुनिश्चित किया जाएगा।
विधायक श्री भगवान दास सबनानी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण को लेकर सरकार पूरी गंभीरता से कार्य कर रही है और इसी सोच के तहत अब हर छोटे-बड़े कार्यक्रम की शुरुआत पौधारोपण से की जा रही है। वर्षा ऋतु में पौधारोपण को जन-अभियान का रूप देते हुए सतत रूप से चलाया जा रहा है।विधायक श्री सबनानी ने लोक निर्माण मंत्री श्री राकेश सिंह की इस सराहनीय पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह प्रयास न केवल आज के लिए, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी हरियाली और स्वच्छ पर्यावरण की दिशा में एक ठोस कदम सिद्ध होगा। उन्होंने लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह को कल्पज्ञ के रूप में संबोधित किया और कहा कि लोक निर्माण मंत्री ने लोकपथ मोबाइल एप, लोक कल्याण सरोवर, सड़क किनारे रिचार्ज बोर आदि अभिनव प्रयासों को “लोक निर्माण से लोक कल्याण” की अवधारणा के तहत सफलतापूर्वक लागू किया।
कार्यक्रम में शिक्षाविद एवं सलाहकार समिति सदस्य श्री विक्रांत सिंह तोमर, सलाहकार समिति सदस्य श्री अजय के जैन, प्रमुख अभियंता श्री के.पी.एस. राणा, प्रमुख अभियंता श्री एस.आर. बघेल, प्रमुख अभियंता श्री अनिल श्रीवास्तव, एमपीआरडीसी के तकनीकी सलाहकार श्री आर.के. मेहरा, मुख्य अभियंता श्री बौरासी, मुख्य अभियंता श्री मसके सहित प्रदेशभर से लोक निर्माण विभाग के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। उन्होंने न केवल अपने-अपने स्थानों पर पौधारोपण किया, बल्कि कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी देखा और इस ऐतिहासिक पहल में सक्रिय भागीदारी निभाई।