RGPV के रजिस्ट्रार ने एक इंटरव्यू में कहा था भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करूंगा कुलाधिपति के निर्देश के बाद भी शबूर खान पर कोई कार्रवाई नहीं, राजभवन के आदेशों की अवहेलना

आरजीपीवी मे हुए करोड़ों रुपए के घोटाले के बाद RGPV के कुलसचिव ने गुडलक मीडिया न्यूज़ चैनल पर एक इंटरव्यू में कहा था भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करूंगा.
परंतु 1 साल होने वाला है और कुलसचिव महोदय डॉक्टर मोहन सेन के द्वारा आज दिनांक तक सबुरु खान के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की गई
वहीं हम आपको बता दें कि खान के द्वारा आरजीपीवी के सभी विभाग अपनी जेब में लेकर करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार किया है
इसके सबूत हमारे पास मौजूद है जो कि हमारे द्वारा आरटीआई से निकल गए थे
वही हम आपको बता दें कि राज्यपाल महोदय और कुल अधिपति के पास शिकायत पहुंची थी सबूर खान की , जिसकी नियुक्ति गलत है
जिसके बाद कुलअधिपति सचिवालय के द्वारा पत्र जारी किया गया था आरजीपीवी को और जांच के आदेश दिए थे
कुलाधिपति के निर्देशों का पालन नही किया जा रहा है
कहीं ना कहीं यह देखा जा सकता है की कुलसचिव डॉक्टर मोहन सेन की मिली भगत इसमें शामिल हो सकती है
हो सकता है कहीं ना कहीं मोटी रकम उनके पास तक पहुंच रही जिसकी वजह से मोहन सेन आज तक सबूर खान पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं
हमारे सूत्रों से जानकारी मिली है कि 2-3 दीन पहले राज्यपाल के सचिवालय से एक लेटर कुलसचिव डॉक्टर मोहन सेन को गया है
जिसमें सबूर खान पर कार्रवाई करने का लिखा.
इसके बाद मोहन सेन ने कार्यालय में पदस्थ रामायण प्रसाद पांडे को बुलाया और डाट-डपट की और जबलपुर हाईकोर्ट भेजा.
सबूर खान का केस लेकर जब जबलपुर हाई कोर्ट से भोपाल वापस लोटे तो रामायण प्रसाद पांडे को हार्ट मे प्रॉब्लम हुई और सीधे सिद्धांता हॉस्पिटल में उनका एडमिट कराया गया.
शायद प्रेशर की वजह से उनकाे हार्ट अटैक आया 2 से 3 दिन हॉस्पिटल में भर्ती रहे.
कहीं ना कहीं देखा जा सकता है की सबूर खान का जो मामला है संदेह के घेरे में आता है
अब देखना यह है कि कुल सचिव मोहन सेन और वर्तमान कुलपति इस मामले को लेकर क्या कार्रवाई करते हैं
क्योंकि सबूर खान जल्द ही रिटायर होने वाला है और भी सबूत के साथ अगले अंक में प्रकाशित करेंगे.
*सबूर खान के हाई कोर्ट मामले मे क्या निर्णय आया इसका भी खुलासा जल्द करेंगे*
जब हाई कोर्ट ने, 2005 मे ही डिसीजन दे दिया फिर क्यों RGPV विश्वविद्यालय इस मामले पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा.मोहन सेन कुलसचिव??