उज्जैन महाकाल लोक मे सप्त ऋषि की भारी भरकम प्रतिमाएं नीचे गिरी। कुछ प्रतिमाएं खंडित हो गईं और कुछ को मामूली क्षति ?

महाकाल लोक की सप्त ऋषि की भारी भरकम प्रतिमाएं नीचे गिर गईं। इनमें से कुछ प्रतिमाएं खंडित हो गईं और कुछ को मामूली क्षति आई है।

प्रशासन द्वारा महाकाल लोक के सप्त ऋषियों की प्रतिमाओं को अस्थाई तौर पर स्थापित किया जा रहा है और प्रतिमाओं को दोबारा बनवाकर फिर स्थायी रूप से स्थापित किया जाएगा।
मौसम का कहर
उज्जैन में आज तेज हवा और आंधी ने भारी तबाही मचाई। हाल ही में बनकर तैयार हुए महाकाल लोक में इसका जबरदस्त असर देखने को मिला। यहां स्थापित भारी भरकम प्रतिमाएं भी पत्तों की तरह स्टैंड से नीचे गिर गईं। सप्त ऋषियों की प्रतिमाएं ऐसी गिरी कि उनमें से ज्यादातर क्षतिग्रस्त हो गईं। किसी के हाथ तो किसे अन्य अंग भंग हो गए। कुछ ही देर में महाकाल लोक देखने पहुंचे लोगों की भीड़ छंट गई और देखते ही देखते महाकाल लोक खाली हो गया।
उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने मीडिया से चर्चा
उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने इस तबाही के बाद मीडिया से चर्चा में कहा कि आंधी से महाकाल लोक को जो नुकसान हुआ है, उसे इसका निर्माण करने वाली कंपनी ही वहन करेगी। कंपनी की शर्तों में पांच साल तक मैटेनेंस उसके खर्च पर करने का है और वह क्षतिग्रस्त प्रतिमाओं को दोबारा बनाकर स्थापित करेगी। फिलहाल सप्त ऋषियों की क्षतिग्रस्त प्रतिमाओं को अस्थाई रूप से स्टैंड पर स्थापित किया जाएगा क्योंकि इन्हें बनाने में लंबा समय लगेगा। जब दूसरी प्रतिमाएं नहीं बन जाती तब तक इन क्षतिग्रस्त प्रतिमाओं में से कम क्षति वाली प्रतिमाओं को स्टैंड पर स्थापित किया जाएगा। फिलहाल महाकाल लोक को दर्शकों के लिए बंद कर दिया गया लेकिन महाकाल मंदिर में श्रद्धालुजनों का प्रवेश चालू है।
