सत्यपाल मलिक जब राज्यपाल थे तो क्यों चुप रहे अमित शाह बोले

सत्यपाल मलिक जब राज्यपाल थे तो क्यों चुप रहे अमित शाह बोले
पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक की तरफ से आ रहे बयानों उन्हें सीबीआई से मिले सम्मान और इस पूरे मुद्दे पर विपक्ष की बयानबाजी पर अमित शाह ने पलटवार किया है उन्होंने सत्यपाल मलिक और उनके समर्थन में बयान दे रहे विपक्षी नेताओं पर निशाना साधा है वही हम आपको बता दें कि एक टीवी चैनल के इंटरव्यू में सरकार के खिलाफ बयान देने के बाद सीबीआई ने उन्हें समन भेजा अमित शाह ने कहा ऐसा नहीं है कि मेरी जो जानकारी है उसमें हिसाब से उन्हें दूसरी से तीसरी बार बुलाया गया है सीबीआई ने जांच चल रही है हमारे खिलाफ बोलने की वजह से उन्हें बुलाया गया
वही अमित शाह ने कहा आपको यह पूछना चाहिए कि हम से अलग होने के बाद ही सब बातें क्यों याद आती हैं राज्यपाल को आत्मा तक जागृत क्यों नहीं होती जब सत्ता में बैठे होते हैं इसकी क्रेडिबिलिटी के बारे में सोचना चाहिए जब अपने सब कुछ सही है तो गवर्नर थे तब क्यों चुप रहे
गृह मंत्री ने कहा भाजपा की सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया जिसे छुपाना पड़े कोई अपने निहित राजनीतिक स्वार्थ के लिए हम से अलग होकर कुछ कहना चाहता है तो उसका मूल्यांकन जनता और मीडिया को करना चाहिए आप जब सत्ता में नहीं है तो हम से अलग हो गए हैं और जब आप आरोप लगाते हैं तो आरोप की कोई वैल्यू और उसका मूल्यांकन दोनों को करना पड़ता है
सीबीआई के संबंध में बोले अमित शाह सीबीआई ने मलिक को बीमा घोटाले में संबंध भेजा है केंद्रीय जांच एजेंसी ने पूर्व राज्यपाल को 27 और 28 अप्रैल को अपने अकबर रोड गेस्ट हाउस पर पेश होने के लिए कहा है हम आपको बता दें कि मलिक के ऊपर आरोप है कि 17 अक्टूबर 2021 को राजस्थान के झुंझुनू में एक कार्यक्रम में सत्यपाल मलिक ने कहा था कि कश्मीर जाने के बाद मेरे दो पहले आई हैं इनमें से एक फाइल r.s.s. से जुड़े एक शख्स की थी जो पिछले महबूबा मुफ्ती और भाजपा की गठबंधन सरकार में मंत्री थे वे पीएम मोदी के बेहद करीबी थे मुझे सचिवों ने सूचना दी कि इसमें घोटाले हैं और फिर मैंने बारी-बारी से दोनों की डील रद्द कर दी सचिवों ने मुझसे कहा कि दोनों फाइलों के लिए 150 150 करो रुपए दिए जाएंगे लेकिन मैंने उनसे कहा कि मैं 5 कुर्ता पजामा के साथ आया हूं और सिर्फ उसी के साथ यहां से चला जाऊंगा