अनाधिकृत कॉलोनियों का नियमितीकरण, अधोसंरचना विकास तथा भवन अनुज्ञा वितरण का शुभारंभ’ मुख्यमंत्र के उद्बोधन

अनाधिकृत कॉलोनियों का नियमितीकरण, अधोसंरचना विकास तथा भवन अनुज्ञा वितरण का शुभारंभ’ मुख्यमंत्र के उद्बोधन किया
पाई-पाई जोड़ कर सुख से जहां बसर होता है, जैसा भी अपना घर सबसे सुंदर होता है। हर एक का सपना होता है कि उसका अपना एक मकान हो। मकान केवल ईंट गारे का भवन नहीं हमारा मंदिर होता है।
जिंदगी भर की कमाई लगा कर प्लॉट खरीदा और मकान बना लिया, बाद में सरकार उसे अवैध बताने लगे यह न्याय संगत नहीं है। अवैध ठहराने के इस निर्णय को समाप्त करने ही में आज यहां आया हूं। आज से दिसंबर 2022 तक की सभी कॉलोनियां वैध की जाती है।
विभाग को सख्त निर्देश देता हूं कि आगे से अवैध कॉलोनाइजर्स पर नजर रखें। अवैध कॉलोनी बनने पर अफसर भी जिम्मेदार होगा।
खरीदी बिक्री पर भी विकास शुल्क नहीं लिया जाएगा। वैध मतलब आधी-अधूरी नहीं पूरी की पूरी वैध कॉलोनी। अब नियमित कॉलोनियों की तरह विकास कार्य कराए जाएंगे।
नियमितीकरण के बाद अनुज्ञा-पत्र जारी हो सकेंगे और बैंक लोन की पात्रता भी मिल जाएगा। बुनियादी जरूरतें बिजली-पानी-सड़कों के विकास काम प्रारंभ हो जाएंगे।
नागरिकों से अनुरोध है कि हर कॉलोनी में रहवासी संघों का गठन किया जाए ताकि जनसमस्याओं के समाधान के लिए जनसहयोग मिल सके। रहवासी संघों के सहयोग से स्वच्छता के अभियान में मध्यप्रदेश नंबर बनाएंगे।
नगर निकाय रहवासी संघों का सहयोग लेकर अतिक्रमण रोकने के अभियान चलाएं। आतिक्रमण रोकने के अभियानों से दैनिक रूप से आजीविका कमाने वालों की आजीविका न छिने इसका भी ध्यान रखा जाए।
अगले सोमवार 29 मई को हाथ ठेला आदि व्यवसाइयों की पंचायत बुलाकर उनकी समस्याओं को निराकरण किया जाएगा
गरीबों के लिए पांच रुपये में भोजन मिले ऐसी योजना लाएंगे। दीनदयाल रसोइयों का विस्तार किया जाएगा। अपने प्रदेश में कोई भूखा नहीं सोना चाहिये।