दो दर्जन से ज्यादा सीटों पर लड़ सकता है जय चुनाव

दो दर्जन से ज्यादा सीटों पर लड़ सकता है जयस, चुनाव.
मध्य प्रदेश में जयस भी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की राह पर चल निकली है। हाल ही में आदिवासी नेताओ की एक बैठक भोपाल के गांधी भवन में हुई, जिसमे कुछ लोगों ने अलग से जयस के गठन की घोषणा की। इनका कहना है कि उनकी पार्टी असली जयस है। इसके बाद जयस अध्यक्ष हीरालाल अलावा अलग थलग पड़ते दिख रहे हैं। नया संगठन दो दर्जन से ज्यादा उम्मीदवार चुनाव में उतारने की तैयारी कर रहा है।
आगामी विधानसभा चुनाव में आदिवासी क्षेत्र में बीजेपी और कांग्रेस को चुनौती देने के पहले ही आदिवासी संगठन के दो हिस्से हो गए हैं। दूसरी जयस ने रामदेव काकोडिया को अपना प्रदेश अध्यक्ष बनाया है.राष्ट्रीय अध्यक्ष लोकेश मुजाल्दा होंगे। साधना उइके महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त की गई हैं।
साथ ही कहा है कि हीरालाल अलावा को संगठन से बाहर कर दिया गया है। उधर अलावा का कहना है कि अगला सम्मेलन उनका ही है, जिसकी जल्द ही भोपाल में प्रदेश स्तरीय बैठक होने जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया है कि डॉ. आनंद राय के कहने पर यह सब किया जा रहा है. उधर डॉ. राय ने पलटवार करते हुए कहा है कि अलावा पैसे लेकर जिलों में फर्जी तरीके से पद बांट रहे हैं. अलावा ने ऐसे लोगों को भी पद बांट दिए, जो व्यापमं कांड में जेल तक जा चुके हैं. उन्होंने जिसे प्रदेश अध्यक्ष बनाया, उसने जयस के नाम से दूसरा संगठन रजिस्टर्ड करा लिया है।
अलावा ने पिछला चुनाव कांग्रेस के नाम से लड़ा था. संगठन के संविधान के हिसाब से अब वे जयस का हिस्सा नहीं हो सकते. इसलिए अब उनका जयस से कोई लेना देना नहीं है. इसके साथ ही जयस के बैनर तले सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने वालों पर दर्जनों मामले दर्ज हो चुके हैं. आखिर हीरालाल अलावा पर एक भी मामले दर्ज क्यों नहीं हुए?
नए संगठन के प्रवक्ता के रूप में संजय यादव ने बताया कि ये असली जयस है और हम बहुत जल्द चुनाव अभियान शुरू करने जा रहे हैं। हम धर, झाबुआ, अलीराजपुर, मंडला, देवास, डिंडोरी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, उमरिया, सीधी, शहडोल, सागर, रायसेन, सीहोर आदि जिलों में सक्रिय इकाइयों का गठन करेंगे।चुनाव के मुद्दे पर उनका कहना था कि हम किसी से समझौता नहीं करेंगे। अपने उम्मीदवार खड़े करेंगे, संख्या अभी तय नहीं है, लेकिन दो दर्जन से ज्यादा भी हो सकती है।