रायपुर में शराब माफिया के यहां ED छापेमारी
रायपुर में शराब माफिया के यहां ED की छापेमारी
प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक शराब कारोबारी के घर पर छापा मारा। सुबह- सुबह टीम के ऑफिसर खम्हारडीह क्षेत्र में अशोका रतन सोसाइटी में दबिश दी।
यहां के एक शराब कारोबारी के घर पर छापेमारी कर घर में तलाशी ली। कागज की गहन छानबीन की। इस छापे से कॉलोनी परिसर में दिनभर तरह-तरह की चर्चा होती रही।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, टीम को आबकारी विभाग में करोड़ों रुपयों की हेराफेरी का सुराग मिला है। इस हेराफेरी को विभाग के कुछ ऑफिसर्स और शराब कारोबारियों की मिलीभगत से अंजाम दिया गया है। देर रात तक ईडी टीम के अफसर शराब कारोबारी के घर में ही कांगजों की छानबीच करते रहे।
प्रदेश के मुख्य सचिव को पिछले सप्ताह ईडी ने खत भेजा था। बंद लिफाफे में भेजे गया ये पत्र काफी चर्चा में रहा। पत्र में प्रदेश के अफसर ईडी के बुलाने पर पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे थे, इस बात का खुलासा हुआ था। ये खत ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर टी मीणा ने मुख्य सचिव को भेजा था। इसमें पूछताछ के लिए सहयोग करने की बात कही गई थी।
झारखंड से कनेक्शन-यह शराब घोटाला झारखंड में हुए शराब नीति घोटाले की जांच से जोड़कर देखा जा रहा है। ED की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है। हाल ही में छत्तीसगढ़ के कुछ कारोबारी झारखंड में अफसरों और नेताओं से बिजनेस के सिलसिले में मुलाकात किए थे। फिलहाल ईडी की टीम मामले की जांच पड़ताल में लगी है।
रायपुर में पड़ा था छापा-ईडी की टीम ने हाल ही में आबकारी अधिकारी, कांग्रेस नेताओं के ठिकानों और आईएएस के घर पर छापा मारा था। मामला शराब घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा था। ईडी 28 मार्च को वैध कोयला लेवी मामले में चल रही मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत छत्तीसगढ़ के कई शहरों में छापेमारी की थी। छत्तीसगढ़ के बड़े उद्योग समूह के मालिक कमल सारडा, महासमुंद विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर के ठिकानों पर छापा मारा था। रायपुर के सिविल लाइंस के तहत गोरे परिसर स्थित प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल के कार्यालय और उद्योगपति कमल शारडा के शंकर नगर स्थित आवास पर तलाशी ली गई थी। वहीं आईपीएस दीपांशु काबरा, ट्रांसपोर्ट और कोल से जुड़े कारोबारी अनूप बंसल, योगेश सिंघल के यह भी ईडी के छापे पड़े थे। रायपुर में मंदिर हसौद के पास ग्राम बहनाकाड़ी के जमीन दलाल सुरेश बांदे और वीआईपी करिश्मा अपार्टमेंट में एक सीए के यहां भी ईडी ने दबिश दी थी।
AS समीर विश्नोई समेत नौ लोगों की गिरफ्तारी -इससे पहले कोल घोटाला मामले में अब तक राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया, कोयला व्यापारी सूर्यकांत तिवारी, उनके चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी और छत्तीसगढ़ कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी समीर विश्नोई समेत नौ लोगों को गिरफ्तार हो चुकी है।