बरकतउल्ला विश्वविद्यालय हुआ मौन,खिलीचीपुर के कालेज के प्राचार्य को प्रायोगिक परीक्षा के नाम पर बदलना दोहरी मानसकिता ?
खिलीचीपुर के कालेज के प्राचार्य को प्रायोगिक परीक्षा के नाम पर बदलना दोहरी मानसकिता का घोतक ?
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय हुआ मौन, क्या शासकीय महाविद्यालय खिलीचीपुर और चन्द्रशेखर आजाद शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सीहोर मे नियुक्त वाहय परीक्षको को ब्लैक लिस्टेड करेगा
या पूर्व के कुलपति पर मामला डाल कर बच जायेगे ?
पहले ब्लैक लिस्टेड किये जाते थे नियम विरूद्व परीक्षा सम्पंन कार्य करने वाले वाहय परीक्षक
एक दिन में सैकड़ो छात्रो का प्रायोगिक परीक्षा कराने का प्रचलन बना दिया मोटी वेतन लेने वालो ने ?
प्राचार्य(केन्द्र अधीक्षक) और विभागाध्यक्ष तथा वाहय परीक्षको की मिली भगत से कई महाविद्यालयो मे सैकडो छात्रो की परीक्षा एक दिन ही आयोजित किया जा रहा है। लेकिन अलग-अलग दिनांक के नाम पर बिल लगाकर धन की उगाही करने में कोई पीछे नही है।
समाचार से ज्ञात हुआ है कि एक दिन मे परीक्षा आयोजित करने के कारण शासकीय महाविद्यालय खिलीचीपुर के प्राचार्य पर गाज गिरी है या राजनीति के कारण। इसी प्रकार के मामले मे बहुत लोगो के विरूद्व कार्यवाही नही किया गया
अन्यथा विभाग द्वारा जारी आदेश के तहत प्रायोगिक परीक्षा की रिकार्डिग की सीडी मगाकर दूध का दूध और पानी का पानी कर देता विभाग।
लेकिन एैसे क्यो करेगे वे भी तो किसी कालेज मे प्राचार्य रहे होगे ? वहा भी नही हुआ होगा नियमो के अनुसार प्रायोगिक परीक्षा ? गौरतलब है कि राजीव गाँधी प्रधौगिकी विश्वविद्यालय में सीडी जमा कराया जाता है।
छात्रो और सूत्रो से प्राप्त जानकारी के अनुसार चन्द्रशेखर आजाद शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सीहोर मे केमेस्ट्री तृतीय वर्ष के नियमित छात्रोे का प्रायोगिक परीक्षा एक ही दिन मे कई बैच बनाकर सामूहिक रूप से नियम विरूद्व आयोजित किया गया। विश्वविद्यालय द्वारा जारी अधिसूचना,आदेश के अनुसार प्रति बैच 60 छात्र एक साथ परीक्षा दे सकते है और एक दिन मे 02 बैच (12 घंटा) का परीक्षा कराया जा सकता है। प्राप्त समय सारणी के अनुसार रसायन शास्त्र विभाग द्वारा जारी सूचना के अनुसार दिनांक 2/5/2023 को सुबह 10.00 से प्रथम बैैच और दोपहर 02.00 से द्वितीय बैच मात्र 4 घण्टे के अंतराल पर नियम विरूद्व आयोजित किया गया। लोगो का कहना है कि कोई महिला वाहय परीक्षक एक ही दिन आयी और सभी छात्रों को परीक्षा कुछ ही घंण्टे में कराकर चलते बनी। वायवा हुआ कि नही । उच्च शिक्षा विभाग द्वारा रसायन शास्त्र विषय के प्रायोगिक परीक्षा की समायावधि 6 घण्टे वर्णित है। रूकिये यही नही इसी प्रकार दिनांक01/5/2023 को भैातिक विभाग द्वारा जारी सूचना के अनुसार दिनांक /5/2023 को सुबह 10.30 से प्रथम बैैच और सुबह 11.30 से द्वितीय बैच मात्र 1 घण्टे के अंतराल पर नियम विरूद्व आयोजित किया गया। प्राचार्य द्वारा जारी सूचना के अनुसार दिनांक 9/5/203 को कम्प्यूटर विज्ञान के छात्रो का परीक्षा एक साथ कराया गया। वाहय परीक्षक किस-किस दिन आये का सत्यापन छात्रो से सामने के सामने परेड कराकर किया जाना चाहिये। इसके अलावा कालेज, प्रयोगशाला और कालेज मे लगे सीसीटवही फुटेज के रिकाडिंग से भी किया जा सकता है। प्राचार्य द्वारा भी परीक्षा सम्पन्न कराने के संबध मे बाहय परीक्षक को पारिश्रमिक और यात्रा देयक के बिल बाउचर पर हस्ताक्षर किया ही गया होगा।
मजेदार बात यह भी है कि कई शासकीय कालेज एैसे है जहाॅ ना लैब और ना ही पढने के लिये छात्र अनुपात मे प्रयाप्त कक्ष ? ………….निरन्तर