मध्य प्रदेश में घुमंतु एवम अर्ध घुमंतु समुदाय के पशुधन की गिनती पहली बार पशु पालन विभाग

भारत सरकार मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय द्वारा पूरे देश में
21वीं पशुधन गणना में चरवाहों और उनके पशुधन की गिनती’ पूरे प्रदेश में भी की जानी है तत्संबंधी संचालक पशु पालन एवम डेयरी विभाग डॉ पी एस पटेल ने चर्चा में बताया कि भारत सरकार द्वारा निर्धारित प्रतिनिधियों का दल 2 दिवसीय प्रवास पर है और घुमंतु समुदाय और उनके पशुधन सांख्यिकी संबंधी विभिन्न विषयों पर पशु पालन विभाग भोपाल के सभी अधिकारियों के साथ समन्वयन कर आवश्यक कार्यवाही हेतु आया हुआ है

जिसमें श्री रमेश भट्टी, काव्या चिंदा, अंकिता मारवाह (सेंटर फॉर पेस्टोरलिजम और आर.आर.ए.एन) से भारत सरकार द्वारा नामांकित है डॉ उमा कुमरे( परते ) उक्त दल के साथ समन्वयन हेतु उपस्थित हैं और भारत के हृदय प्रदेश में विमुक, घुमन्तु एवं अर्द्धघुमन्तु समुदाय के विकास उनके पशुधन संबंधी चर्चाओं एवं आवश्यक नीतिगत विषयों को आगामी 21वीं पशु गणना 2024 में शामिल किया जाने हेतु राष्ट्रीय प्रतिनिधि मंडल, एवं भारत सरकार मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय, पशुपालन और डेयरी विभाग में. घुमन्तु अर्द्धघुमन्तु समुदाय एवं उनके पशुधन पर नीतिगत चर्चा
मध्यप्रदेश में ब्रीड पशुधन एवं इस समुदाय की वर्तमान स्थिति एवं परिदृश्य।. आवश्यक बिंदुवार चर्चा एवं संभावित पर चर्चा / समाधान, जिले वार चर्चा, तदानुसार मध्यप्रदेश के परिदृश्य में विमुक्त घुमन्तु और अर्द्धघुमन्तु समुदायों के परिवारों का डेटा अनुपलब्ध है, वर्तमान में भारत में सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता उक्त वर्ग का डाटा बेस तैयार कर इसके नस्लवार, पशुधन की गिनती की जानी है तदानुसार मध्यप्रदेश राज्य के 22 जिलों में इस समुदाय के पशुधन सांख्यिकी का डेटा 21 वी पशु गणना पशु पालन विभाग भोपाल मध्य प्रदेश द्वारा की जानी है तदानुसार आज जातखेड़ी बागसेवनिया में संयुक्त संचालक डॉ जी के वर्मा एवं उपसंचालक भोपाल डॉ अजय रामटेके सहित समुदाय के डेरे पर जाकर 21 वी पशु गणना हेतु विस्तृत जानकारी और चर्चा की और नोडल अधिकारी डॉ स्मृति देसाई द्वारा सॉफ्टवेयर एंट्री हेतु आवश्यक कार्यवाही हेतु जानकारी ली गई है और भोपाल मध्य प्रदेश शासन द्वारा प्रदेश में पशु गणना हेतु विस्तृत रूपरेखा तैयार कर ली गई हैं भोपाल के साथ ही धार धामनोद में भी प्रतिनिधि दल द्वारा निर्धारित प्रतिनिधियों से वार्ता की जाएगी


