उच्च शिक्षा विभाग की लापरवाही ने एक महिला अतिथि विद्वान को न्याय देने के बदले नौकरी से निकाल दिया… यही है मामा का लाडली बहना योजना.

उच्च शिक्षा विभाग की लापरवाही ने एक महिला अतिथि विद्वान को न्याय देने के बदले नौकरी से निकाल दिया… यही है मामा का लाडली बहना योजना.
कहाँ है करणी सेना…?
कहाँ है सरकार….?
सूत्रों के मुताबिक…..
शहीद भगत सिंह शासकीय महाविद्यालय आष्टा काण्ड….
एक महिला अतिथि विद्वान के साथ शासकीय महाविद्यालय आष्टा में जो घटित हुआ है.. अगर वह अन्य जाति के साथ हुआ होता तो एट्रोसिटी एक्ट में जेल चला जाता ….
लेकिन उच्च शिक्षा विभाग की लापरवाही ने एक महिला अतिथि विद्वान को न्याय देने के बदले नौकरी से निकाल दिया… यही है मामा का लाडली बहना योजना….
सूत्रों से पता चला है कि थाने में शिकायत हुई है लेकिन गिरफ्तारी और विभागीय कार्यवाही नही करने से सबूत से छेड़छाड़, डिलीट और महिला अतिथि विद्वान को धमकाया भी जा रहा होगा से इॅकार नही किया जा सकता है… वैसे तो प्रदेश के सभी शासकीय महाविद्यालयों में जनभागीदारी समिति से कर्मचारी और अतिथि विद्वान रखे गए है
सबको पता है.. जिस तरह से सेवा से बाहर किया गया है वह नियम सभी कालेज में होना चाहिए लेकिन …… सूत्रों के मुताबिक अतिथि विद्वानों के लम्बे अनुभव और गुणवत्ता पूर्ण कार्य से जलन होने लगी है व्यापमं टू वालो को…?