RGPV को (H.C)हाई कोर्ट का नोटिस, सेमेस्टर परीक्षा की मार्कशीट उपलब्ध नहीं कराई

RGPV को (H.C)हाई कोर्ट का नोटिस, सेमेस्टर परीक्षा की मार्कशीट उपलब्ध नहीं कराई,
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय यूं तो चर्चा में ही रहता है जब से वह खुला है चाहे उसमें वह फ्रॉड का मामला हो या फिर मार्कशीट का मामला या फिर करोड़ों रुपए की हेरा फेरी का मामला या फिर कहें की TR के बदलने का मामला या कहें कि PHD, या फिर प्रतिनियुक्ति का मामला.
जब फर्जी लोगों को ही बिठाया जाएगा तो यह सब तो होगा ही.
परंतु यहां पर इस बार सेमेस्टर परीक्षा की मार्कशीट नहीं उपलब्ध कराने के बाद जबलपुर हाईकोर्ट में एक अब मानना याचिका दायर की गई जिसके बाद मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ मे सोमवार को सुनवाई की गई .
हम आपको बता दें कि याचिका के जवाब में राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलसचिव को नोटिस जारी किया गया है
याचिका करता इशिता पटेल ने कहा कि उन्हें सेमेस्टर परीक्षा की मार्कशीट उपलब्ध नहीं कराई गई विश्वविद्यालय के द्वारा और उन्हें मार्कशीट नहीं दी गई विश्वविद्यालय की एक जिनका नाम इशिता पटेल है उनके द्वारा विश्वविद्यालय के खिलाफ अव मानना याचिका दायर की थी.
जिसकी सुनवाई सोमवार को हुई और सुनी इस दौरान याचिका में विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने अदालत को बताया कि बेसिक कंप्यूटर इंजीनियरिंग की उत्तर पुस्तिका गलत हो गई है और जिन छात्रों ने इस विषय में परीक्षा देते हैं उन्हें औसत अंक दिए जाएंगे उन्होंने शपथ पत्र भी दिया है
वहीं सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि कुल सचिव ने कोर्ट में कहा कि 15 दिन के भीतर छात्रों को मार्कशीट दे दी जाएगी.
हालांकि 2 महीने से छात्रों को मार्कशीट उपलब्ध नहीं कराई गई है इसलिए इशीता ने याचिका दायर की .
मुख्य न्यायाधीश संजीव सचदेवा और न्यायमूर्ति विनय सर की पीठ ने आरजीपीवी के कुलसची को नोटिस जारी कर मामले में जवाब मांगा है
जो हमारे सूत्रों से जानकारी मिल रही है
मध्य प्रदेश की मोहन सरकार कब राजीव गांधी विश्वविद्यालय और मंत्रालय में बैठे पॉलिटेक्निक और अन्य जगह से प्रतिनियुक्ति पर आए अधिकारी और कर्मचारियों को हटाएगी 15 साल से ऊपर हो गए कब इनके कान में ?
राज भवन के आदेशों का पालन नहीं करते,
यहां तो सब बिकता है खरीदने वाले की औकात होनी चाहिए पैसा बोलता है
यहां नोट करने वाली बात यह है कि लेखा शाखा से निलंबित कर्मचारियों को आज भी वहां से नहीं हटाया गया है? कौन किसको बचा रहा