महर्षि महेश योगी वैदिक विश्वविद्यालय के कुलाधिपति की नियुक्ति शासन ने की अमान्य , कोन होगा नया कुलाधिपति?
महर्षि महेश योगी वैदिक विश्वविद्यालय द्वारा कुलाधिपति की नियुक्ति में अधिनियम के प्रावधान का पालन नहीं किये जाने से उक्त नियुक्ति अमान्य की जाती है। सूत्रो से प्राप्त जानकारी के आदेश क्रमांक-179/04/ सी.सी/2025/38 सेअमान्य की गई.
कुलाधिपति की नियुक्ति में विश्वविद्यालय अधिनियम के प्रावधान का पालन नहीं किये जाने के कारण कुलाधिपति गिरीश चंद्र वर्मा की नियुक्ति अमान्य की गई है इसी प्रकार विश्वविद्यालय के कुलगुरू, कुलसचिव, उपकुलसचिवों सहित अन्य अधिकारियों कर्मचारियों की नियुक्ति प्रक्रिया संबंधी जाँच भी होना छात्रहित सहित नियमानुसार अतिआवश्यक है जिस पर शासन को गंभीरता पूर्वक ध्यान देने की आवश्यकता है अन्यथा छात्र हित सहित नियमों से खिलवाड़ की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है।
महर्षि महेश योगी वैदिक विश्वविद्यालय प्रबंधन के विरुद्ध भ्रष्टाचार सहित नियमों से खिलवाड़ करते हुए शिक्षा के क्षेत्र में भारी भ्रष्टाचार सहित छात्र हित से खिलवाड़ करने के संबंध में विधान सभा सदस्य सहित विद्यार्थियों एवं अन्य के द्वारा लगातार तथ्यात्मक बिंदुवार शिकायतें राष्ट्रपति भवन, राजभवन , प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा विभाग मंत्रालय, अध्यक्ष विश्वविद्यालय अनुदान आयोग शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार को किये जाने के उपरांत भी भौतिक सत्यापन सहित सघन जाँच क्यों नहीं की जा रही है यह एक गंभीर प्रश्न चिन्ह है, जिस पर गंभीरता पूर्वक संज्ञान लेना शासन की जिम्मेदारी है।