अनुकंपा नियुक्ति लगवाने के लिए डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत मांगी उच्च शिक्षा विभाग में पदस्थ डॉक्टर संजय जैन

उच्च शिक्षा विभाग में डॉक्टर संजय जैन की स्थापना शाखा में अनुकंपा नियुक्ति देखते हैं उनके द्वारा डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल हो गया जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया वही आपको बताना चाहेंगे कि पूर्व में हमारे द्वारा सतपुड़ा विभाग में पदस्थ विशेष कर्तव्य अधिकारी ओएसडी धीरेंद्र शुक्ला के भ्रष्टाचार की खबरें सबूतों के साथ प्रकाशित की गई थी परंतु मध्य प्रदेश के शिक्षा मंत्री मंत्री मोहन यादव के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है क्योंकि धीरे शुक्ल जो है मोहन यादव की दुधारू गाय कोई अपनी दुधारू गाय को भगा तो नहीं सकता नहीं
वही हम आपको आज बता दें कि उच्च शिक्षा विभाग में पदस्थ डॉक्टर संजय जैन का एक ऑडियो वायरल हो गया है जिससे विभाग में हड़कंप मच गया अनुकंपा नियुक्ति के नाम पर ₹1.50 लाख की रिश्वत मांगी गई ऑडियो वायरल होने के बाद डॉक्टर संजय जैन को निलंबित कर दिया गया है हम आपको यह बताना चाहेंगे कि मोहन यादव की दुधारू गाय पर निलंबन की कार्रवाईयों कब होगी ।

ओएसडी धीरेंद्र शुक्ला के द्वारा लाखों छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया गया है एनसीटी की मान्यता रद्द होने के बावजूद भी धीरेंद्र शुक्ल ने मान्यता दे दी और कालेज के छात्र-छात्राओं का भविष्य बर्बाद हो गया जिसकी शिकायत में सबूतों के साथ eow, लोकायुक्त, डीजीपी, उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, सतपुड़ा विभाग, राज्यपाल भवन, में की गई परंतु आज दिनांक तक धीरेन शुक्ल के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं की गई है एक बड़ा सवाल होता है जहां एक तरफ एक ऑडियो वायरल हो जाने के बाद निलंबन की कार्यवाही की जाती है डॉक्टर संजय जैन जो कि अनुकंपा नियुक्ति संबंधित कार्य देख रहे थे और धीरे चौकी चौकी एक सोची समझी साजिश के तहत छात्रों का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं उनके ऊपर कोई कार्यवाही नहीं हो रही

यहां पर एक बड़ा सवाल यह भी उठता है कि आर एस एस में एक विभाग जो उच्च शिक्षा विभाग देखते हैं क्या इनके पास खबर नहीं है या वह भी इस मामले को दबाने के लिए लगे हैं r.s.s. के लोग भजो देखते हैं

अब देखना यह है कि इस खबर के प्रकाशित होने के बाद उच्च शिक्षा विभाग के मंत्री मोहन यादव इस पर कोई संज्ञान लेंगे या चुप्पी साधे बैठे रहेंगे बड़ा सवाल होता है छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है कब जागोगे मोहन यादव जी मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी को इस पर संज्ञान लेना चाहिए.
