मध्य प्रदेश
आदिवासी प्रधान आरक्षक विक्रम अछालिया को केवल इसलिये निलंबित कर दिया गया क्योंकि वो शाम की गणना में नहीं पहुँच सके।

प्रधान आरक्षक को निलंबित करने के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने ट्विटर हैंडल से कहा है

कि मुरैना में पदस्थ आदिवासी प्रधान आरक्षक विक्रम अछालिया को केवल इसलिये निलंबित कर दिया गया क्योंकि वो शाम की गणना में नहीं पहुँच सके।
यह कृत्य शिवराज सरकार की आदिवासियों के प्रति नफ़रत, ईर्ष्या, अमानवीयता और असंवेदनशीलता को दर्शाता है।
शिवराज जी, आपसे आग्रह है कि तत्काल इस द्वेष पूर्ण कार्यवाही पर रोक लगाते हुये प्रधान आरक्षक विक्रम अछालिया का निलंबन वापस करें और आदिवासी समाज से खेद व्यक्त करें।