मंत्री पहलाद पटेल ने जल संरक्षण और तालाबों के पुनरुद्धार एवं जल संरक्षण पर छतरपुर में कहां

चंदेल एवं बुंदेल कालीन तालाबों के पुनरुद्धार और जल संरक्षण विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई जिसमे

पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के तत्वावधान में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रहलाद पटेल के मुख्य आतिथ्य एवं भारत के जल पुरुष तरुण भारत संघ श्री राजेन्द्र सिंह की उपस्थिति तथा प्रमुख सचिव ग्रामीण विकास विभाग श्रीमति दीपाली रस्तोगी, संचालक राजीव गांधी जलग्रहण क्षेत्र प्रबंधन मिशन व आयुक्त मनरेगा श्री अवि प्रसाद के नेतृत्व में बुन्देलखण्ड क्षेत्र में चंदेल एवं बुंदेल कालीन तालाबों के पुनरुद्धार और जल संरक्षण विषय पर आज होटल बेतवा रिट्रीट ओरछा में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई।

कार्यशाला में विभिन्न राज्यों से आए शोधकर्ताओं एवं व्याख्याताओं द्वारा चंदेल एवं बुंदेल कालीन तालाबों के पुनरुद्धार और जल संरक्षण विषय पर महत्त्वपूर्ण जानकारी साँझा की गई। उन्होंने वर्तमान समय में चंदेल एवं बुंदेल कालीन तालाबों रूपी धरोहर को सहेजने तथा पुनरुद्धार की आवश्यकता पर विचार रखे। चंदेल एवं बुंदेल कालीन राजाओं द्वारा बुन्देलखण्ड में तालाबों का निर्माण कराया गया। धीरे-धीरे समय के साथ आज वर्तमान में ये तालाब जो जल संग्रहण के मुख्य स्त्रोत हैं अपनी पहचान खोते जा रहे हैं। यह तालाब ही नहीं अपितु बुन्देलखण्ड में जल भंडारण केन्द्र हैं। इन तालाबों के द्वारा सूखा जैसी स्थिति में सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड की कृषि को सिंचित करने में मदद मिली है। शासन द्वारा जल स्त्रोतों के पुनरुद्धार एवं संरक्षण हेतु जिले के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। साथ ही संबंधित एनजीओ के साथ जन जागरूकता के साथ-साथ योजनाओं के सफल क्रियान्वयन हेतु केन्द्र और राज्य सरकारें प्रयासरत हैं।

पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने अपने उद्बोधन में जल संरक्षण पर कार्य करने वाले लोगों, जनप्रतिनिधियों, स्वयं सेवी संस्थाओं एवं अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि चित्त बदलेगा, चित्र भी बदलेगा। हम सभी मिलकर जल संरक्षण एवं तालाबों के पुनरुद्धार पर एकजुट होकर कार्य करें। उन्होंने अपने छात्र जीवन से राजनैतिक सफर के अनुभवों साझा किये।
निवाड़ी जिले के चंदेल एवं बुंदेल कालीन तालाब

चंदेल एवं बुंदेलकालीन तालाब लगभग 9वीं से 13वीं शताब्दी के बीच चंदेला एवं बुंदेला शासकों के द्वारा निर्मित करवाए गए थे। निवाड़ी जिले में चंदेल एवं बुंदेलकालीन तालाब 100 से अधिक हैं, जिनमें 58 तालाब उपयोग किए जा रहे हैं। जिले की जनपद निवाड़ी में 25 तालाब एवं जनपद पृथ्वीपुर में 33 तालाब हैं। चंदेल एवं बुंदेल कालीन तालाब के पिचिंग में उपयोग किए गए पत्थर लगभग 3 फिट लंबाई, 2 फिट चौडाई के होते हैं जो पिचिंग के साथ साथ सीढ़ी का काम भी करते हैं। निवाड़ी जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत नीमखेरा का चंदेल कालीन तालाब जिसका क्षेत्रफल 6.26 हेक्टेयर एवं जल संग्रहण क्षमता चालीस हजार घनमीटर है। तालाब का जीर्णोद्धार एवं गाद निकलने के बाद जल संग्रहण क्षमता 78000 घनमीटर हुयी है। इसी तरह जनपद पंचायत पृथ्वीपुर के ग्राम पंचायत कछियाखेरा के चंदेल कालीन तालाब जिसका 7.21 हेक्टेयर क्षेत्रफल एवं जल संग्रहण क्षमता ग्यारह हजार घनमीटर है जीर्णोद्धार उपरांत तालाब की संग्रहण क्षमता 35000 घनमीटर हुयी है। अङजार, अस्तारी, भमौराखास, वीरसागर तालाब, राधासागर तालाब, लाङपुरा खास सहित 58 तालाबों से जिले की कृषि सिंचाई में मदद मिली है।
विद्वानों ने तथ्यों पर उद्बोधन दिया
कार्यशाला में उपस्थित वक्ताओं के द्वारा विषय वस्तु पर अपना उद्बोधन दिया, अपने विचार तथा अनुभव साझा किए। परमार्थ श्री संजय सिंह, विपिन बिहारी कॉलेज श्री कृष्ण गांधी, मंजरी फाउंडेशन श्री हरेन्द्र शर्मा, हरितिका श्री अवनि मोहन, समर्थन श्री योगेश कुमार, सृजन श्री आशीष कुमार अम्बस्ता, समर्थन सुश्री श्रद्धा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत- छतरपुर श्रीमती तपस्या परिहार, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सागर श्री विवेक केवी, कार्ड श्री विवेक शर्मा, मानव जीवन विकास समिति श्री निर्भय सिंह, प्रदान श्री अमूल्य खंडइ, टीआरआईएफ श्री अशुतोष नंदा, वैज्ञानिक ICRISET डा. अशोक शुक्ला, डीएससी श्री सचिन ओझा, सार्थक श्री मनोज चौबे, अमय कंसलटेंसी डा. अशोक विश्वकर्मा, नागरथ चेरेटिबल ट्रस्ट श्री सुरेश एमजी, आर्ट आफ लिविंग नीरव रावल, तरुण भारत संघ सुश्री पूजा भाटी, आईटीसीश्री अखिलेश, संचालक एनआरएम एफार्म श्री संदीप गाड़े, प्रोग्राम डायरेक्टर सृजन सुश्री स्तुतिलीना पाल, एएसए श्री आशीष मंडल, श्री एच बी द्विवेदी, संस्था अरुणोदय श्री अभिषेक मिश्रा ने अपने विचार साझा किए।
संभाग के अधिकारी रहे उपस्थित
कार्यशाला में कमिश्नर सागर श्री वीरेन्द्र सिंह रावत, कलेक्टर निवाड़ी श्री लोकेश कुमार जांगिड़, कलेक्टर टीकमगढ़ श्री विवेक श्रोत्रिय, कलेक्टर सागर श्री संदीप जीआर, कलेक्टर दमोह श्री सुधीर कोचर, कलेक्टर दतिया श्री संदीप कुमार माकिन, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत निवाड़ी श्री रोहन सक्सेना, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत टीकमगढ़ श्री नवीत कुमार धुर्वे एवं जिलों के अधिकारी उपस्थित रहे।