*”हो गई है पीर पर्वत सी पिघलनी चाहिए* *इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए* *सिर्फ हंगामा करना मेरा मकसद नहीं* *मेरी कोशिश है की ये सूरत बदल चाहिए”*

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