डॉ. युनुस खान की भर्ती मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग से समाज शास्त्र मे हुई। बाद में ये साहब अपने जुगाड़ से किसी राजनेता के ? मे पदस्थ हो गये या यू कहे कि अटैच हो गये

खबर का असर एमबीएम कॉलेज के प्रिंसिपल रघुवंशी बने
सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार उच्च शिक्षा विभाग में बड़े घोटाले हो रहे हैं
आईये जाने किस सहायक प्राध्यापक को बचाने का प्रयास किया जा रहा है……
डॉ.संजय जैन को सस्पेड करके सस्ती लोकप्रियता बटोर रहे है उच्च शिक्षा मंत्री जी..
वही हम आपको बता दें कि
डॉ. युनुस खान की भर्ती मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग से समाज शास्त्र मे हुई। बाद में ये साहब अपने जुगाड़ से किसी राजनेता के सचिवालय मे पदस्थ हो गये या यू कहे कि अटैच हो गये। खैर ये तो चलता रहता ही है। जब वहा के नेता जी को उनके कारगुजारियो को पता चला तो उन्हाने वहा से चलता कर दिया।
सूत्रो के अनुसार उसके बाद पुनः नया जुगाड़ लगाकर किसी सम्प्रदाय के कार्यालय मे अटैच हो गये….. कहावत है कि एक बार शेर को खून की आदत बस लग जावे तो वह कभी नही जाती है। वहा से भी गड़बड़ी के कारण चलता कर दियेे गये… वर्तमान मे सस्पेंड भी है और मामला लोकायुक्त मे चल रहा है। मैन जहा तक पढा है कि घोटाले का पैसा वापस जमा करने का प्रावधान नही है। नही तो सभी लोग घोटाले की राषि वापस कर दोष मुक्त हो जाते। राषि जमा करने से दोष स्वीकार करना ही है। दोष स्वीकार करना मतलब की जेल। आजकल उक्त साहब अतिरिक्त संचालक कार्यालय ग्वालियर मे अटैच है। लोकायुक्त कार्यालय में जबाब प्रस्तुत करने के लिये कोई क्षेत्रिय संचालक लेट-लतीफी इसलिये कर रहे है कि कैसे भी किसी से साठ-गाठ करके उसके बचाया जावे। जाहिर है यह सब क्यो करेगा ? यह भी सुनने मे आया है कि कोई क्षेत्रिय संचालक ज्ञान दे रहे है कि घोटाले की राशि जमा करके बरी हो जाओ ….
जनभागीदारी के पैसों में जुगाड़ करना पड़ा महंगा 2 लोगों को सस्पेंड किया
अवर सचिव वीरेंद्र सिंह भलावी में दिनांक 1 से 23 को डॉ प्रमोद पंडित सहायक प्राध्यापक रसायन शास्त्र शासकीय महाविद्यालय बड़वानी को निलंबित किया

और एन एल गुप्ता प्रचार सचिव जनभागीदारी समिति शहीद भीमा नायक शासकीय पीजी महाविद्यालय बड़वानी द्वारा
जनभागीदारी मशीन लर्निंग सेंटर में कंप्यूटर एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामग्री क्रय करने में अनियमितता की गई जिसकी पुष्टि कलेक्टर बड़वानी ने की जिसके बाद वीरेंद्र सही वाला भी के द्वारा उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया आदेश की छाया प्रति नीचे दी गई है
नोट जो भी जानकारी मिली है वह हमारे सूत्रों से मिली है
