1100 करोड़ रुपये की लागत से बने इस हाईवे का उद्घाटन भी नहीं हुआ था और यह धंस गया

1100 करोड़ रुपये की लागत से बने इस हाईवे का उद्घाटन भी नहीं हुआ था और यह धंस गया

बालाघाट। मध्यप्रदेश के बालाघाट-गोंदिया फोरलेन हाईवे की सच्चाई पहली ही बारिश में उजागर हो गई। 1100 करोड़ रुपये की लागत से बने इस हाईवे का उद्घाटन भी नहीं हुआ था और यह धंस गया। गोंगलाई और भमोड़ी गांव के पास बारिश से सड़क किनारे का शोल्डर और ढलान बह गए, जिससे कंक्रीट स्ट्रक्चर भी दरक गया।
इस घटना ने निर्माण की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और पूरी व्यवस्था की जवाबदेही पर भी उंगली उठी है। यह हाईवे राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अधीन केसीपीएल कंपनी बना रही है। जानकारों का कहना है कि जहां सड़क धंसी, वहां सही कंपेक्शन नहीं किया गया था और जल निकासी की भी व्यवस्था नहीं थी।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने कहा, “1100 करोड़ का हाईवे पहली बारिश में ही धंस गया। उद्घाटन से पहले ही भ्रष्टाचार के फीते कट गए। ये भाजपा के भ्रष्ट सिस्टम की असली तस्वीर है। जब तक जवाबदेही तय नहीं होगी, जनता का पैसा यूं ही बहता रहेगा।”